Thursday, May 31, 2012

आप सभी का धन्यवाद् !!! by Shobha Mishra on Tuesday, May 29, 2012 at 12:16pm ·



फर्गुदिया , नाम लेते ही मन के आकाश पर चिड़िया सा एक चित्र उभर जाता है । उसकी उम्र भी अभी उड़ने की ही थी । पूरा जहाँ जानना था उसे ; लेकिन हमारा समाज उससे किसी शिकारी और कसाई से भी ज्यादा क्रूरता से पेश आया और आज बस उसका नाम रह गया है, और रह गया है वह कलंक जो हमारे समाज के माथे पर आज भी व्याप्त है । वैसे तो वह एक गाँव की साधारण सी लड़की ही थी। लेकिन आज जब भी समाचार , अखबार मे कहीं देखती-सुनती हूँ उसी तरह की दरिंदगी तो जैसे जिंदा हो उठती है वह मेरे भीतर।
आज से करीब एक साल पहले जब मैंने फेसबुक पर सिर्फ महिलाओं के लिए एक ग्रुप बनाया और नाम फ़र्गुदिया रखा तो मुझसे फ़र्गुदिया के बारे में बहुत सारे प्रश्न किये गए ..जैसे .. ये फरगुदिया क्या है , कौन है , उसकी कहानी क्या है ...? इत्यादि ... हर किसी को मैं फरगुदिया शब्द का अर्थ और उस लड़की जिसका नाम फर्गुदिया था उसके बारे में समझाती रही , आज फरगुदिया ग्रुप में करीब 400 महिला सदस्य हैं , ग्रुप के लगभग सभी सदस्य आज फरगुदिया नाम से परिचित हैं, वो कौन थी , उसके साथ क्या हादसा हुआ ... लगभग सभी कुछ |
 दिनांक 27 / 5 / 12 को संजय मिश्रा जी ,सईद अयूब और मैंने मिलकर  ' फर्गुदिया के नाम एक शाम ' का आयोजन किया , कार्यक्रम में सब के साथ मिल –बैठ कर फर्गुदिया के बहाने हम सबने समाज, स्त्री-जीवन और उससे जुड़ी समस्याओं पर विचार किया | आप सभी के सहयोग से यह संभव होगा ऐसी उम्मीद तो अवश्य थी पर एक संशय भी था कि अपनी व्यस्तताओं से कैसे लोग समय निकाल पाएंगे। मेरा कद और नाम ऐसा तो ऐसा था नहीं कि लोग बस नाम सुनके चले आते। लेकिन वह दो लाइनें जो पढ़ा करती थी कल मेरे लिए भी सही साबित हो गईं की ‘लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया ’|  कार्यक्रम में आए सभी मित्रों , अतिथियों और विद्वतजनों की आभारी हूँ कि सबने अपनी गरिमापूर्ण सहभागिता प्रदान की | आदरणीय नन्द भारद्वाज जी, पुरुषोत्तम अग्रवाल जी और हरीश नवल जी की विशेष आभारी हूँ | आप सब एक संस्था, एक विधा का प्रतिनिधित्व करते हैं | अग्रवाल जी जो देश की दो महान संस्थाओं से जुड़े हैं, बिना किसी औपचारिकता के समय से आए और अंत तक हमारे बीच रहे, प्रसन्नता से अधिक यह गर्व की बात है | और सच कहूँ तो शायद हर जगह वह इतना समय नहीं देते होंगे | आशा करती हूँ कि भविष्य में भी आप तीनों विद्वतजन और सभी सहयोगी मित्र इसी तरह सहयोग करते रहेंगे | कार्यक्रम सफल रहा या नहीं इसका निर्णय आप सभी करेंगे , मुझे तो बस यही लगा कि जैसे कोई कर्ज चुकता किया हो मैंने | एक संतोष का भाव है अब | आप सब के सहयोग से कुछ सार्थक पहल की शुरुआत हो गयी | इसे बनाए रखना आप सब की ज़िम्मेदारी है ।अब मेरी फर्गुदिया का नाम सिर्फ फेसबुक तक ही सीमित नहीं है फेसबुक के बाहर भी सभी की जुबान पर फर्गुदिया का नाम है | " क्यों न पृथ्वी का नाम फर्गुदिया रख दें " लीना जी की कविता की आखिरी पंक्तियों ने तो फर्गुदिया के लिए बहुत बड़ी बात कह दी !!! सच .. मेरा सपना भी यही है पृथ्वी का नाम फर्गुदिया रख दें और आसमान में फर्गुदिया नाम की बहुत सारी चिड़िया उड़े ......वरिष्ठ कवयित्रियों सविता सिंह जी , सुमन केसरी जी , स्नेह सुधा नवल जी के साथ साथ लीना मल्होत्रा राव , अंजू शर्मा , डॉ सोनरूपा विशाल , विपिन चौधरी , रश्मि भारद्वाज , निरुपमा सिंह , स्वाति ठाकुर की आभारी हूँ |स्वयं कवि और समाज सेवी प्रेम भारद्वाज जी ,डॉ गीता सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद थे उनका भी हार्दिक आभार | मुकेश मानस जी , भरत तिवारी जी ,वंदना ग्रोवर जी  , पूनम मटिया  ,राघवेन्द्र अवस्थी जी , रविन्द्र के दास जी , स्वतंत्र भारत , सुबोध कुमार जी , रूपा सिंह , स्नेह देसाई , धीरज कुमार , नरेन्द्र कुमार , रोहित कुमार , भास्कर ठाकुर , सुशील , महेश दीक्षित जी , मंजू दीक्षित जी , चंद्रकांता , सखी समूह की सह संचालिका अरुणा सक्सेना जी भी कार्यक्रम में उपस्थित थी , आप सभी का हार्दिक आभार |और आखिर में अपने पति संजय मिश्रा जी को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहूंगी जो सही मायने में इस कार्यक्रम के आयोजक थे |
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    • Nand Bhardwaj आपने सच्‍चे मन से एक संवेदनशील सामाजिक समस्‍या और स्‍त्री-अस्मिता से जुड़े ज्‍वलंत प्रश्‍न को इस कार्यक्रम के माध्‍यम से उठाया है, इसे ओर बेहतर ढंग से आगे ले जाना चाहिये, समान सोच वाले लोगों के बीच इसे और प्रभावशाली तरीके से उठाया जाना चाहिये, तभी हम अपने रचनाकार मानस को कहीं सुकून दे पाएंगे। हमारी शुभकामनाएं सदा आपके साथ हैं।
      Tuesday at 12:26pm ·  ·  11

    • Chandrakanta Ck शोभा दी जिस अग्निलीक की शुरुआत अपने की है उसे जारी रखियेगा प्रश्न किया जाना जरुरी है और जब वह रचनात्मकता के माध्यम से किया जाये तब और भी सुखद.एक और बात की आपकी लेखनी बेहद साहसी है संवेदना में लिपटी अनवरत लिखते रहिये..
      Tuesday at 12:29pm ·  ·  8

    • Shobha Mishra सर , आप जैसे अनुभवी और वरिष्ठजनों के सुझावों का अनुशरण कर हम निश्चित ही इस सामाजिक समस्या को और बेहतर ढंग से सबके सामने लायेंगें , आपका हार्दिक आभार Nand Bhardwajजी !!!
      Tuesday at 12:41pm ·  ·  5

    • Shobha Mishra Chandrakanta मेरी इस पहल में इतने लोगों का साथ जुड़ना एक शुभ संकेत है , रचनात्मकता और दूसरी तरह की गतिविधियों के माध्यम से ये सफ़र अनवरत चलता रहेगा ..:)
      Tuesday at 12:48pm ·  ·  3

    • Aruna Saxena समय पर नहीं पहुँच सकी इसका अफ़सोस रहेगा .....लेकिन जितने पल की साक्षी रही ..लाजवाब पल थे ........बे मिसाल क्षण थे ...
      आयोजन कुशलता पूर्वक संचालित हुआ ........शोभाजी और अयूब जी को हार्दिक बधाई .

      Tuesday at 1:28pm ·  ·  4

    • निरुपमा सिंह साथी हाथ बढ़ाना ...
      Tuesday at 1:37pm ·  ·  4

    • Leena Malhotra shukriya shobha.. ye jeevan kee kavita hai..aapne ek bada kaam kiya hai..
      Tuesday at 1:47pm ·  ·  4

    • Rashmi Bhardwaj शोभा दी , आपके इस प्रयास की जितनी तारीफ की जाये कम है ... कार्यक्रम से अनारा देवी और मंजु दीक्षित जैसे व्यक्तित्व का सम्मान हो या फरगुदिया की स्मृतियों को यूं सँजोये रखना ... सब कुछ अनुकरणीय है .... इस सुंदर आयोजन के लिए आप ढेरों बधाई की पात्र हैं ... यह रिपोर्ट भी बहुत सुंदर लिखी है आपने एकदम मन से ...
      Tuesday at 1:59pm ·  ·  8

    • Vipin Choudhary aapka karyakram achcha raha shobha jee ham sabko es anuthey kryakram me shamil ho kar achcha laga
      Tuesday at 3:48pm ·  ·  5

    • Sushil Krishnet परिंदों को मंज़िल मिलेगी यकीनन , ये फैले हुये उनके पर बोलते हैं..... आपने जिस सार्थक पहल की शुरुआत की है , वह अपने गंतव्य तक अवश्य पहुंचेगी ....... पहले सफल सोपान की बधाइयाँ और आगे के लिए शुभकामनाएं ........
      Tuesday at 6:39pm ·  ·  4

    • अंजू शर्मा शोभा दी बधाई और शुभकामनायें....इस नयी शुरुआत का सभी ने सवागत किया है.....आपके जज्बे और भावनाओं को सलाम.....
      Yesterday at 2:42am ·  ·  3

    • Poonam Matia शोभा आपने एक सफल प्रयास कर एक चेतना जगाई है .समाज में इसकी आवश्यकता है ........आपको बधाई
      22 hours ago ·  ·  3

    • Shobha Mishra धन्यवाद Aruna जी .. .. आपसे मिलकर बहुत ही ख़ुशी हुई ..:)
      19 hours ago ·  ·  1

    • Shobha Mishra शुक्रियाNirupma दी .. आपने भरपूर साथ दिया मेरा !
      19 hours ago ·  ·  1

    • Shobha Mishra dhanywad Leena ji ..!
      19 hours ago · 

    • निरुपमा सिंह Shobha Mishra बहन भी कभी बहन को शुक्रिया कहती है ?
      19 hours ago ·  ·  1

    • Shobha Mishra shukriya Rashmi .. dher saaraa pyaar ...:)
      19 hours ago · 

    • Shobha Mishra Nirupma Di , Shukriya wapas leti hoon .. aur aapko gale lagaa rahi hoon ..:)
      19 hours ago ·  ·  1

    • Shobha Mishra dhanywad Vipin ..:)
      19 hours ago · 

    • Shobha Mishra Sushil aap jaise mitron ka saath nishchit roop se meri is pahal ko apne gantavya tak pahunchayegi .. dhanywad Sushil !!
      19 hours ago ·  ·  2

    • Shobha Mishra Shukriya अंजू !
      19 hours ago ·  ·  1

    • Shobha Mishra dhanywad Poonam ji !!
      19 hours ago ·  ·  1

    • Suman Keshari Agrawal बहुत अच्छी शुरुआत बहुत अच्छी रिपोर्ट...सचमुच मेरे मन में भी एक चिड़िया उड़ती है फरगुदिया का नाम लेते ही...अनारा देवी और मंजु जी की उपस्थिति बहुत प्रेरणा दायक रही...
      19 hours ago ·  ·  4

    • Shobha Mishra Aapse bahut prerna milti hai Suman Di .. aapki Garimamay upasthiti bahut prernadayak rahi .. Aabhaar Suman Di !!!
      18 hours ago ·  ·  2

    • Sudesh Bhardwaj Karyakram m shameel nahi huaa...............karyakram apne maksad m safal rahaa iski khushi hai.......m bhi hotaa to achchha lagtaa ........mujhe is karyakram m khud ke shameel naa ho paane ki kami hameshaa khalegi.........fargudiya kaa wakt lautegaa jaroor Shobha Mishraji.........jab is rath m itne Maharathi sawaar hon........usko kaun rok saktaa hai......
      13 hours ago ·  ·  2

    • Vandana Grover फर्गुदिया के नाम इस शाम ने इस डर को भी दूर किया है कि समाज निरंतर असंवेदनशील हो रहा है ... यह एक बानगी है सिर्फ ..फर्गुदिया चेतना पर दस्तक देती महसूस हो रही है ... .. ज़रुरत होती है एक पहल की और आपने वो करने का हौसला किया है ...बधाई..Shobha ..
      9 hours ago ·  ·  4

    • Shobha Mishra Dhanywad Sudesh ji !!
      2 hours ago · 

    • Shobha Mishra Vandana ji , aap sabhi ke sahyog se hi Fargudiya ke paksh me awaz uthane ka Hausla mujhme aayaa ... Dhanywad Vandana Ji !!

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