Wednesday, August 29, 2012

जनम ले रहा है एक नया पुरुष : अनामिका

जनम ले रहा है एक नया पुरुष : अनामिका ---------------------------------------------------१. सृष्टि की पहली सुबह थी वह !कहा गया मुझसेतू उजियारा है धरती का और छीन लिया गया मेरा सूरज !कहा गया मुझसेतू बुलबुल है इस बाग़ का और झपट लिया गया...

Tuesday, August 28, 2012

" मुझे देना और प्रेम " तसलीमा नसरीन

प्रेम, प्रकृति, प्रवास , निर्वासन ... सभी भाव उनकी कविताओं में भरपूर दिखतें है .  चाहे वो प्रेम में डूबी स्त्री हो या ईंट तोड़ती स्त्री या देश से निष्काषित स्त्री हो ...  हर वर्ग की स्त्री की पीड़ा को बखूबी उन्होंने अपनी कविताओं में...

Sunday, August 26, 2012

"कठपुतलियाँ" - कहानी संग्रह , मनीषा कुलश्रेष्ठ

: मनीषा कुलश्रेष्ठ एम.फिल (हिंदी साहित्य), विशारद (कथक) पाँच कहानी संग्रह (बौनी होती परछाई, कठपुतलियाँ, कुछ भी तो रूमानी नहीं,केयर ऑफ़ स्वात घाटी, (गंधर्व-गाथा) दो उपन्यास (शिगाफ़, शालभंजिका ) अनुवाद - 'माया एँजलू की आत्मकथा' वाय केज्ड...

Saturday, August 18, 2012

"इन्द्रधनुष और बच्चे"

"इन्द्रधनुष और बच्चे" दिनांक १४/८/२०१२ को फर्गुदिया समूह द्वारा कला और लेखन प्रतियोगिता का थाना कीर्ति नगर नयी दिल्ली में आयोजन किया गया | प्रतियोगिता में सर्वोदय विद्यालय मानसरोवर गार्डेन के करीब पैंतीस बच्चों ने भाग लिया | स्वतंत्रता दिवस की पूर्व...

Sunday, August 12, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करती रितुर्पणा मुद्राराक्षस

रितुर्पणा मुद्राराक्षस फ्रीलांस राईटिंग कवयित्री, ब्लॉगर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेख और कविताएँ प्रकाशित छेड़-छाड़, मोलेस्‍टेशन और रेप जैसी घृणित अपराधों के जितने भी मामले सामने आते हैं उनमें कई बार आरोपियो की पहचान और उनके विरुद्ध कार्रवाई...

Thursday, August 09, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करते भरत तिवारी

भरत तिवारी  आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाईनर लेखन के साथ-साथ संगीत और फोटोग्राफी में भी विशेष रूचि रखतें हैं.विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में गज़लें प्रकाशित हैं.मुंबई के प्रसिद्ध पृथ्वी थियेटर में एकल कविता पाठ.  'मशाल' कार्यक्रम में भरत...

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Tuesday, August 07, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करते आशुतोष कुमार जी

आशुतोष कुमार हिंदी विभाग में सहायक प्रोफ़ेसर दिल्ली विश्वविद्यालय जन संस्कृति मंच  के राष्ट्रीय पार्षद इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में.. सहायक प्रोफ़ेसर रह चुकें हैं. सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक .. मुद्दों पर गहरी जानकारी रखतें...

Monday, August 06, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करती उमा गुप्ता

उमा गुप्ता सहायक प्रोफ़ेसरइन्द्रप्रस्थ कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संगठन जी कार्यकारिणी की सदस्या)नारी स्वातंत्र्य पर बात करते हुए उमा जी ने कहा कि स्त्रियों को अपने अधिकारों के लिए सजग होना होगा. इसमें सम्पत्ति का अधिकार...

Sunday, August 05, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करती अंजू शर्मा

अंजू शर्मा कवयित्री, लेखिका, ब्लॉगर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ और लेख प्रकाशित होतें रहतें हैं कविता पाठ के आयोजन में बतौर कवि और आयोजक सक्रिय भूमिका अंजू की अधिकतर कविताएँ ही अपने आप में एक सम्पूर्ण स्त्री विमर्श है , 'मशाल' कार्यक्रम...

Saturday, August 04, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करती अरुण देव जी की कविताएँ

अरुण देव युवा कवि और आलोचक क्या तो समय , कविता संग्रह ज्ञानपीठ से २००४ में प्रकाशित पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ और लेख ई पत्रिका समालोचन का संपादन www.samalochan.blogspot.com सम्प्रति- सहायक प्रोफेसर साहू जैन कालेज,नजीबाबाद (बिजनौर,उ.प्र.) मोब.-...

Friday, August 03, 2012

चेतना की 'मशाल' रोशन करतीं सुमन केशरी जी

सुमन केशरीशिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू और यूनिविर्सिटी आफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया से । कविता संग्रह : याज्ञवल्क्य से बहस संपादन : जे.एन.यू में नामवर सिंहआजकल नेशनल डिज़ास्टर मनेजमेंट ऑथोरिटी में डाईरेक्टर हैं , कवि एवं शोधकारी , सामाजिक विषयों...

Wednesday, August 01, 2012

चेतना की "मशाल" रोशन करतीं अपर्णा मनोज

अपर्णा मनोज : कवयित्री , कहानीकार,अनुवादक 'मेरे क्षण ' कविता संग्रह प्रकाशित कत्थक, लोकनृत्य में विशेष योग्यता, ब्लागिंग में सक्रिय संपादन : 'आपका साथ साथ फूलों का ' स्त्री की स्वतंत्रता आज भी एक मिथ है. एक विधवा, परित्यक्ता, बलात्कार...

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