Monday, October 29, 2012

श्री प्राणेश नागरी की कवितायें - १

श्री प्राणेश नागरी की कविताओं को पढ़ना, फ्लैश-बैक में चलचित्र देखना है, जो दिखातीं हैं, हर वो खबर, जब किसी इन्सान को अपनी ज़मीन से ज़बरदस्ती जुदा किया गया हो . दिलासा देती हैं - कंधे पर हाथ रख - जगाती हैं कंधा हिला कर और मजबूर करती हैं ये कहने...

Tuesday, October 23, 2012

गार्गी मिश्र : दास्तान-ए-सिलसिला

काशी की गार्गी मिश्र युवा कवियत्री हैं. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद गार्गी ने "प्रिंट जर्नलिज्म" में डिप्लोमा किया, अब पत्रकार हैं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनके लेख छपते रहते हैं .       मासूम लेखनी से लिखने...

Sunday, October 21, 2012

प्रियंका राठौर - दो कवितायेँ

प्रियंका आज कल अपने एक काव्य संग्रह और कहानी संग्रह पर काम कर रही हैं , युवा कवियत्री कहती हैं "समय काव्य संग्रह और एक कहानी संग्रह चलायेमान है. जिसके साथ मै भी बढ़ रही हूँ. चाहती हूँ भविष्य के गर्भ में छिपे अनंत तक पहुचने के लिए मेरे भी पद छाप...

Thursday, October 18, 2012

अनीता मौर्या की कवितायें

गृहिणी होने के साथ-साथ अपना इंटरनेट कैफे चलाती हैंपिछड़ी/मलीन बस्तियों के बच्चों की शिक्षा तथा महिला सशाक्तिकरण हेतु कार्यरत संस्था की सदस्य भी हैं कविता लेखन- आत्मसंतुष्टि जन्म- फ़ैजाबाद( उत्तर प्रदेश) शिक्षा -स्नातक, पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, विषय-...

Sunday, October 14, 2012

विवेक मिश्र की कहानी 'दोपहर'

हाल ही में 'हंस' में प्रकाशित विवेक मिश्र की कहानी 'दोपहर' (हंस- अक्टूबर २०१२ से साभार यहाँ प्रस्तुत है)  विवेक मिश्र का कहना है कि ये कहानी बचपन में जो वक्त गर्मियों की छुट्टी में नाना-नानी के गाँव में बिताया वहाँ की यादों को घोल कर तैयार हुई...

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