Thursday, December 26, 2013

इंदु सिंह की कवितायें - सर्द दोपहर में

इंदु सिंह--------------संवेदनशील कवयित्री इंदु सिंह की कवितायें सहज भाव से जीवन को प्रकृति से जोड़कर एक सकारात्मक रूप देती हैं, इंदु सिंह का पुनः स्वागत है फ़रगुदिया पर ...  1--छोटी सी लहर तालाब में उठी वो छोटी सी लहर चली जाती है बहुत...

Friday, December 13, 2013

पिछला आँगन - विपिन चौधरी

विपिन चौधरी की कवितायें     --------------------------- १. पिछला आँगन ---------------------घर के अगले आँगन मेंखुशियों की गुलदावदी खिला करती हैं तो पिछले आँगन में स्त्रियों के सुख-दुःख की सांझी परछाईंयां उतरती हैं तीन पीढ़ियों की स्त्रियां इसी...

Wednesday, December 04, 2013

कहानी: पात्र - रमा भारती

    कहानी: पात्र -रमा भारती  "जिस तरह पहाड़ियों और घाटियों से झरती नदी धरातल को स्पर्श करते ही धीरे-धीरे विस्तार  लेने लगती है.. उसका चंचल, कल-कल करता स्वर धैर्य से  मौन धारण कर अविरल प्रवाहित होता रहता है उसी तरह लेखन...

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