tag:blogger.com,1999:blog-8170812756091380286.post1270597122286986644..comments2023-10-09T16:45:57.355+05:30Comments on फरगुदिया : नक्श फ़रियादी है-अनघ शर्मा shobha mishrahttp://www.blogger.com/profile/17523944890996754964noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8170812756091380286.post-42457128016327369132014-02-26T23:19:42.362+05:302014-02-26T23:19:42.362+05:30ये कैसा यथार्थ !
सोचने पर विवश करती समाज का आईना ह...ये कैसा यथार्थ !<br />सोचने पर विवश करती समाज का आईना है ये कहानी ....!!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8170812756091380286.post-14241868690928235902014-02-25T14:27:21.674+05:302014-02-25T14:27:21.674+05:30मन को विचलित कर देने वाली कहानी. किसानों की दुर्दश...मन को विचलित कर देने वाली कहानी. किसानों की दुर्दशा और बेबसी का बहुत सशक्त चित्रण किया गया है. ग्रामीण समाज की निर्मम हकीकत दिलचस्प शैली में व्यक्त किया गया है. अनघ की कहानियां जमीन से जुडी हैं.sarita sharmahttps://www.blogger.com/profile/03668592277450161035noreply@blogger.com